Guru Nanak Jayanti कैसे मनाई जाती है ? (How To Celebrate Guru Nanak Jayanti 2023?)
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गुरु नानक जयंती समारोह की तैयारियां गुरुद्वारों में गुरु नानक जयंती के दो दिन पहले से ही शुरू हो जाती हैं. गुरुद्वारों में, दो दिन पहले से ही गुरु ग्रंथ साहिब का अखंड पाठ शुरू किया जाता है, जो पूरे 2 दिन चलता रहता है और गुरु पर्व के एक दिन पहले से नगर में कीर्तन आयोजित किया जाता है. नगरकीर्तन में पांच लोग के नेतृत्व वाला जुलूस निकला जाता है , इन पांच लोगों को पंज प्यारे कहा जाता है, नगरकीर्तन के समय , गुरु ग्रंथ साहिब को एक पालकी में रखकर निकला जाता है और 5 लोग त्रिकोणीय ध्वज पकड़ कर आगे चलते है हैं समूहों में लोग भजन गाते हैं, पारंपरिक संगीत और वाद्ययंत्र बजाये जाते है हैं सिक्खों द्वारा अपने मार्शल आर्ट कौशल का प्रदर्शन किया जाता हैं. देश भर की सड़कों से नगरकीर्तन का जुलूस गुजरता है, इस जुलूस की फूलों और झंडों से सजाया जाता है.
क्या Guru Nanak Jayanti की सरकारी छुट्टी है?
27 नवंबर 2023 , दिन सोमवार को गुरु नानक जयंती का पर्व मनाया जाएगा. देश के कई राज्यों गुरु नानक जयंती के दिन सरकारी दफ्तर और स्कूल बंद रहते हैं. साथ ही देश के कई राज्यों में गुरु नानक जयंती के दिन बैंक भी बंद रहते हैं.
भारत में गुरु पर्व कब मनाया जाता है?
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन गुरु पर्व पुरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है.
गुरु नानक कौन से धर्म से थे?
गुरु नानक देव सिखों के पहले गुरु थे और ऐसा बताया जाता है कि गुरु नानक जी ने सिख धर्म की नींव रखी थी.
गुरु नानक जयंती पर क्या खाया जाता है?
गुरु पर्व के दिन कड़ा प्रसाद खाया जाता है और यह प्रसाद देसी घी में आटा को फ्राई करके उसमें चीनी कि चसणी डालकर तैयार किया जाता है.
गुरु नानक जयंती को कितने साल हो गए?
गुरु नानक जी की 554वीं जयंती इस साल 27 Nov. 2023 को मनाई जाएगी. गुरु नानक जयंती को 554 साल हो गए है
गुरपर्व का अर्थ क्या है?
गुरु पर्व दो शब्दों से मिलकर बना है. गुरु का मतलब टीचर / सिखानेवला और पर्व का मतलब त्योहार होता है.